नियोक्ता का स्वास्थ्य बीमा — सरल और उपयोगी जानकारी
कई कंपनियां कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा देती हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को यह साफ़ समझ नहीं होता कि पॉलिसी में क्या आता है और क्या नहीं। यह पेज आपको सीधे, रोज़मर्रा की भाषा में बताएगा कि नियोक्ता का स्वास्थ्य बीमा कैसे काम करता है, किस तरह के फायदे हैं और किन बातों पर ध्यान दें।
यह बीमा क्या-क्या कवर करता है?
आम तौर पर कंपनी का स्वास्थ्य बीमा अस्पताल में भर्ती होने के खर्च, सर्जरी, डॉक्टर फीस और कभी-कभी डायगनॉस्टिक टेस्ट कवर करता है। कुछ पॉलिसियों में ओपीडी (ऑउट पेशेंट डिपार्टमेंट), डेंटल या प्री-एक्जिस्टिंग कंडीशंस की सुविधा भी मिलती है — पर ये अलग से बताए जाते हैं।
कवरेज की सीमा (sum insured) और नेटवर्क अस्पतालों की लिस्ट पॉलिसी में लिखी रहती है। कैशलेस सुविधा मिलने पर कंपनी के नेटवर्क हॉस्पिटल में सीधे इलाज होता है और आप खुद से पैसे नहीं देते।
कर्मचारी और नियोक्ता दोनों के फायदे
कर्मचारी के लिए सबसे बड़ा फायदा आर्थिक सुरक्षा और इलाज का तेज़ पहुंच है। डॉक्टर की बिलिंग और बड़े खर्च अचानक आ जाते हैं, बीमा होने से चिंता कम होती है।
कंपनी के लिए भी फायदेमंद है: अच्छा लाभ नौकरी संतुष्टि बढ़ाता है और प्रतिभा को बनाए रखना आसान होता है। कुछ नियोक्ता पॉलिसी पर समूह दरों का लाभ उठाते हैं, जिससे प्रति व्यक्ति प्रीमियम कम रहता है।
टैक्स का भी फायदा होता है: कर्मचारियों के लिए कुछ पॉलिसियों के प्रीमियम पर टैक्स लाभ मिल सकता है — यह हर साल बदलता है, इसलिए HR से पुष्ट जानकारी लें।
क्लेम के दो मुख्य तरीके होते हैं: कैशलेस और रिइम्बर्समेंट। कैशलेस में आपको अस्पताल में पैसे नहीं देने होते, जबकि रिइम्बर्समेंट में आप खर्च पहले करते हैं और कंपनी/बीमाकर्ता बाद में रिफंड करता है।
ध्यान रखने वाली बातें: पॉलिसी की शर्तें, वेटिंग पीरियड (pre-existing conditions पर कितने महीने के बाद कवरेज शुरू होगा), को-पे और एक्सक्लूज़न को ध्यान से पढ़ें। बड़े इलाजों से पहले HR या बीमाकर्ता से कन्फर्म करें कि वह कवर होगा या नहीं।
अपनी पॉलिसी बेहतर बनाने के टिप्स: HR से पॉलिसी की कॉपी माँगे, नेटवर्क हॉस्पिटल की सूची देखें, अगर संभव हो तो परिवार फ़्लोअटर या अतिरिक्त कवर के विकल्प पर बात करें। आप व्यक्तिगत रूप से भी पोर्टेबिलिटी या अपग्रेड के विकल्प देख सकते हैं।
आखिर में एक सरल कदम: अपनी HR से अभी पॉलिसी की कॉपी लें और एक बार पते, नेटवर्क हॉस्पिटल, क्लेम प्रक्रिया और वेटिंग पीरियड चेक कर लें। इससे किसी इमरजेंसी में आपको समय पर सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी।