तेज हवा, आंधी-बारिश और ओलों के चलते सूबे में अलग-अलग हादसों में 17 लोगों की मौत हो गई। वहीं डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। तेज हवाओं के चलते कई जगह पेड़ और बिजली के पोल उखड़ गए। इससे कई जगह बिजली आपूर्ति बाधित हुई। वहीं इसका असर यातायात पर भी असर पड़ा। हालांकि सरकार ने 12 की मौत की पुष्टि की है।
आगरा में आंधी की रफ्तार 68 किलोमीटर प्रति घंटा रही। यहां अलग-अलग जगह भवन गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं खंदौली में दीवार गिरने से तीन बच्चे घायल हो गए। मथुरा में तीन लोगों की मौत के साथ ही जिले भर से दस लोगों के घायल होने की सूचना मिली है।
एटा में तेज हवाओं से घबरा कर छत से नीचे उतर रहा बालक अचानक नीचे गिर पड़ा। जिला अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। हाथरस में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई वहीं अलीगढ़ में मकान गिरने से एक महिला की मौत हो गई। हाथरस में पक्का मकान गिरने से पांच लोग दब गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इटावा में भी एक के मरने की सूचना है।
यह तूफान असम के कोकराझार में आया था, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और 11 लोग घायल हुए हैं। वहीं मथुरा के सुरीर इलाके में महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग के मुताबिक अभी भी आंधी-तूफान का खतरा बना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भारतीय मौसम विभाग ने मंगलवार को चेतावनी दी थी कि उत्तराखंड और पूर्वी भारत के कुछ क्षत्रों में बुधवार को 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। बारिश और तूफान की भी आशंका है। साथ ही जानकारी दी थी कि तेज हवा की मौसम परिस्थिति उत्तर भारत से पूर्व की ओर बढ़ रही है।
मौसम वैज्ञानिकों ने संभावना जताई थी कि हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। पश्चिमी बंगाल और मिजोरम को छोड़कर सभी पूर्वोत्तर राज्यों में भी ऐसी ही मौसम परिस्थिति बन रही है। दक्षिणी-आतंरिक कर्नाटक, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु और केरल में भी बारिश की संभावना है। वहीं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भी कहा था कि देश के 12 राज्यों में तूफान का खतरा है।